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Azaad movie review:-फिल्म ‘आज़ाद’ में अजय देवगन और रवीना टंडन की बेटी की असफल भूमिका

अजय देवगन और रवीना टंडन की बेटी की फिल्म ‘आज़ाद’ में कमजोर प्रदर्शन। जानिए फिल्म की कहानी और निर्देशन की कमजोरियों के बारे में।

परिचय

फिल्मी दुनिया में इंसान और घोड़े के बीच के गहरे रिश्ते पर कई अद्भुत फिल्में बनी हैं। ‘आज़ाद’ ऐसी ही एक कहानी है, जिसमें दो पुरुष एक खूबसूरत जीव के प्यार के लिए प्रतिस्पर्धा करते हैं। इस फिल्म में अजय देवगन के भतीजे आमन और रवीना टंडन की बेटी रशा की लॉन्चिंग की गई है।

मुख्य विवरण

फिल्म की सेटिंग में ब्रिटिश काल के जमींदार, जिनमें कुछ निर्दयता पर आधारित घटनाएँ शामिल हैं, दिखाई गई हैं। फिल्म की कहानी ‘लागान’ की तरह प्रतीत होती है, जिसमें अंग्रेजी हुकूमत के तहत ग्रामवासियों पर अत्याचार दिखाया गया है।

अभिनेताओं की प्रदर्शन

फिल्म में आमन और रशा की भूमिकाएँ काफी मामूली हैं। हालांकि दोनों नए कलाकारों ने घुड़सवारी में अच्छा प्रदर्शन किया है, उनकी बॉडी लैंग्वेज और संवाद अदायगी काफी कमजोर प्रतीत होती है।

विक्रम सिंह की भूमिका

अजय देवगन ने विक्रम सिंह की भूमिका निभाई है, जिन्होंने अपनी प्रेमिका (डायना पेंटी) को जमींदार (पियूष मिश्रा) के निर्दयी बेटे (मोहित मलिक) के चंगुल में छोड़ दिया है। फिल्म में कई हिंसात्मक दृश्य दिखाए गए हैं, जिनमें कोड़े लगाने और खून से लथपथ पीठ शामिल हैं।

क्लाइमेक्स और निर्देशक

फिल्म का क्लाइमेक्स एक दौड़ में समाप्त होता है, जो ‘लागान’ के क्रिकेट मैच की तरह निर्णायक होता है। यह सवाल उठता है कि 2025 में ऐसी फिल्में क्यों बनाई जा रही हैं और क्या ‘काई पो चे’ और ‘रॉक ऑन’ जैसी अद्भुत फिल्में बनाने वाले अभिषेक कपूर ने सचमुच इस फिल्म का निर्देशन किया है?

निष्कर्ष

फिल्म ‘आज़ाद’ की कहानी और निर्देशन बहुत ही पुरानी स्टाइल की प्रतीत होती है। नए कलाकारों की प्रतिभा को सही तरीके से उभरने का मौका नहीं मिला है।

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