जानिए पाताल लोक 2 की नई कहानी, नागालैंड की सुंदरता और दिलचस्प किरदारों के बारे में। शो की समीक्षा पढ़ें और फोटो देखें।
- पाताल लोक का दूसरा सीजन लॉन्च
- नई लोकेशन: नागालैंड
- महत्वपूर्ण किरदार: हाठी राम चौधरी और मेघना बरुआ
- कहानी में मर्डर, ड्रग्स और राजनीति
- प्रसिद्ध वेब सीरीज के निर्माता: अविनाश अरुण और सुदीप शर्मा
परिचय
जब हाठी राम चौधरी अपने थके हुए अंदाज़ में कहते हैं, ‘हम तो पाताल लोक के परमानेंट निवासी हैं’, तो वह सिर्फ सीरीज के एक किरदार से बात नहीं कर रहे होते। वह हमें फिर से उस निचले संसार में खींच रहे होते हैं, जिसमें हम खुशी-खुशी डूब जाते हैं।
मुख्य विवरण
पाताल लोक के पहले सीजन (2020), जिसका निर्देशन अविनाश अरुण ने किया था और जिसे सुदीप शर्मा ने बनाया था, ने देखते ही देखते एक बेंचमार्क बना दिया था। इसमें मर्डर और भ्रष्टाचार के मामलों में फंसे हुए आदर्शवादी पुलिसवालों की एक परिचित दुनिया को एक नई कहानी के माध्यम से प्रस्तुत किया गया था।
नई लोकेशन और कहानी
पांच साल बाद, पाताल लोक का दूसरा सीजन, जो पुलिस प्रोसिज़र, इसके निवासियों के भीतरी जीवन और बाहरी दुनिया की मजबूरियों के संयोजन को दोहराता है, और भी शार्प और बेहतर है। इस बार, कहानी को नागालैंड की आकर्षक जगहों पर ले जाया गया है।
नागालैंड में तनाव
नागालैंड सदन में एक महत्वपूर्ण व्यापार सम्मेलन के दौरान एक महत्वपूर्ण नगा प्रतिभागी की हत्या के बाद, जांच शुरू होती है। मामले की तहकीकात नागालैंड के स्थानीय पुलिसवालों के नजरिए से की जाती है, जिसमें मेघना बरुआ (तिलोत्तमा शोमे) और उनके सहयोगियों की भूमिका प्रमुख है।
नया चेहरा और प्रदर्शन
नए लोकेशन के साथ नए चेहरे भी जरूरी होते हैं, और घरेलू कलाकारों का चयन कहानी को ताजगी और प्रामाणिकता प्रदान करता है। उदाहरण के लिए, स्थानीय नगा नेता (जह्नु बरुआ) और मृतक के बेटे (एल सी सेखोजे, प्रसिद्ध रैपर) का प्रदर्शन काबिले तारीफ है।
निष्कर्ष
पाताल लोक 2 की कहानी मानवीय दृष्टिकोण से राजनीति का अनावरण करती है, जो इसे यादगार बनाती है। अविनाश अरुण और सुदीप शर्मा की टीम ने इसे बखूबी पर्दे पर उतारा है। साल की शुरुआत में ही, पाताल लोक 2 ने 2025 के सबसे बेहतरीन शो में शामिल होने की संभावना जताई है।