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जापान में आया 6.6 तीव्रता का भूकंप: तटीय क्षेत्रों में सुनामी चेतावनी

जापान के क्यूशू क्षेत्र में 6.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे तटीय क्षेत्रों में सुनामी चेतावनी जारी की गई। विशेषज्ञों ने नानकाई ट्रफ गतिविधि को लेकर सावधानी बरती।

परिचय

जापान के क्यूशू क्षेत्र में सोमवार रात को 6.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिससे तटीय क्षेत्रों में सुनामी चेतावनी जारी की गई। जापान मेटेरोलॉजिकल एजेंसी (JMA) ने स्थिति का आकलन किया और पुष्टि की कि नानकाई ट्रफ से जुड़े बड़े भूकंप का कोई तात्कालिक खतरा नहीं है।

मुख्य विवरण

यह भूकंप स्थानीय समयानुसार रात 9:19 बजे क्यूशू के तट से लगभग 18 किलोमीटर दूर आया। पहले इसे 6.9 तीव्रता का अनुमान लगाया गया था, जिसे बाद में 6.6 पर संशोधित किया गया। JMA के अनुसार, यह भूकंप विशेष चेतावनी के मानदंडों को पूरा नहीं करता है। लगभग 20 सेंटीमीटर की छोटी सुनामी लहरें मियाज़ाकी शहर और दक्षिणी जापान के अन्य बंदरगाहों तक पहुँचीं। सभी सुनामी सलाहें दोपहर तक हटा दी गईं, जिससे निवासियों को कोई और खतरा नहीं रहा।

क्षति और बचाव

हालाँकि भूकंप के बावजूद जापान में न्यूनतम क्षति हुई। एक रेलवे स्टेशन की खिड़की टूट गई और कुछ दुकानों में वस्तुएं गिर गईं। स्थानीय मीडिया ने एक मामूली चोट की रिपोर्ट दी, जिसमें एक व्यक्ति अपने घर में गिर गया। लाइव प्रसारण में शांत समुद्र दिखाई दिए, जिससे जहाजों के संचालन या यातायात में कोई व्यवधान नहीं हुआ। प्रभावित क्षेत्र के पास के आईकाटा और सेंडाई परमाणु ऊर्जा संयंत्रों ने कोई असमानता नहीं देखी।

भूकंप की तैयारी

जापान भूकंपों का अजनबी नहीं है। प्रशांत ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित, देश में सालाना लगभग 1,500 भूकंप आते हैं। अधिकांश मामूली होते हैं, लेकिन उनका प्रभाव गहराई और स्थान पर निर्भर करता है। JMA ने अगस्त में नानकाई ट्रफ की संभावित गतिविधियों के बारे में चेतावनी दी थी, जो इस क्षेत्र में एक बड़े भूकंप के डर को बढ़ाती है।

नानकाई ट्रफ और उसके भूकंप

नानकाई ट्रफ जापान के प्रशांत तट के समानांतर चलता है और हर 100 से 150 साल में बड़े भूकंपों का शिकार होता है। 1946 में, नानकाई ट्रफ भूकंप ने 1,300 से अधिक लोगों की जान ली थी। विशेषज्ञ इस क्षेत्र की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं ताकि अगले विनाशकारी घटना के संकेत मिल सकें।

निष्कर्ष

सोमवार के भूकंप के बाद, JMA अधिकारियों ने किसी भी नानकाई ट्रफ की गतिविधि से संबंध की जाँच के लिए बैठक की। उन्होंने निष्कर्ष निकाला कि असाधारण उपायों की आवश्यकता नहीं है। जापान के सख्त भवन कोड और बार-बार आपातकालीन अभ्यास ने भूकंप-संबंधी घटनाओं के लिए तैयारियों में सुधार किया है। लेकिन 2011 के भूकंप और सुनामी की यादें अभी भी ताजा हैं, जिसने 18,500 से अधिक लोगों की जान ली थी और फुकुशिमा परमाणु दुर्घटना को ट्रिगर किया था। जापान भूकंप तैयारी को प्राथमिकता देना जारी रखता है, और अधिकारियों ने निवासियों को संभावित आपात स्थितियों के लिए सतर्क रहने का आग्रह किया है।

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