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भारत का 76वां गणतंत्र दिवस: उत्सव, परेड, और विजयगाथा

जानें भारत के 76वें गणतंत्र दिवस की भव्य परेड, उत्सव, और गैलेंट्री अवार्ड्स के बारे में।

परिचय

भारत 26 जनवरी, 2025 को अपने 76वें गणतंत्र दिवस का भव्य समारोह मनाने जा रहा है। नई दिल्ली के कर्तव्य पथ पर इस अवसर पर इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे।

मुख्य विवरण

इस वर्ष के गणतंत्र दिवस का विशेष महत्व है क्योंकि इस दिन भारत का संविधान, जो 1950 में प्रभावी हुआ, 75 वर्ष पूरे कर रहा है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देश के नाम अपने संदेश में कहा कि यह युवा गणराज्य के लिए सर्वांगीण प्रगति का समय रहा है।

परेड और सैन्य दिखावा

कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में विभिन्न राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की 16 तालुकाएँ और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 15 तालुकाएँ दिखाई जाएंगी। ये परेड देश की सैन्य शक्ति का प्रदर्शन करेगी और अत्याधुनिक रक्षा प्लेटफार्मों को प्रदर्शित करेगी।

गैलेंट्री अवार्ड्स

भारत के राष्ट्रपति और सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर द्रौपदी मुर्मू ने 76वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर 93 गैलेंट्री अवार्ड्स को मंजूरी दी है, जिनमें से 11 मरणोपरांत दी गई हैं। इन पुरस्कारों में दो कीर्ति चक्र, 14 शौर्य चक्र और 67 सेना पदक शामिल हैं।

पुलिस मेडल

मणिपुर दंगों, ऑनलाइन ट्रेडिंग घोटालों, बड़े भ्रष्टाचार के मामलों और पश्चिम बंगाल में चुनाव के बाद की हिंसा की जांच करने वाले अधिकारियों को भी सम्मानित किया गया है। इनमें 31 अधिकारियों को पुलिस मेडल दिए गए हैं, जिनमें छह अधिकारियों को पुलिस मेडल फॉर डिस्टिंग्विश्ड सर्विस और 25 को पुलिस मेडल फॉर मेधावी सेवा प्रदान किया गया है।

युवा लेफ्टिनेंट की भूमिका

आज के गणतंत्र दिवस समारोह में प्रसिद्ध 61 कैवेलरी का नेतृत्व युवा लेफ्टिनेंट अहान कुमार करेंगे, जो एक युद्ध अनुभवी के पोते हैं।

निष्कर्ष

भारत 76वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर अपनी सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को कर्तव्य पथ पर प्रदर्शित करेगा, जो ‘विरासत’ और ‘विकास’ का प्रतीक है।

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